हैदराबाद के एवी कॉलेज से आर्ट्स में ग्रेजुएशन के दौरान उनकी पहचान ABVP के सक्रिय नेता के तौर पर हुई.
रेड्डी तेलुगू देशम पार्टी में भी रहे लेकिन आखिर में कांग्रेस ज्वाइन करते ही अपनी धाक जमा दी.
साल 2020 में मोहम्मद अजहरुद्दीन की जगह रेवंत रेड्डी को कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया.
कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद लोगों ने छोटे कद का मजाक उड़ाया लेकिन उन्होंने दिखा दिया कि उनका राजनीतिक कद ऊंचा है.
2014 में जब केसीआर ने तेलंगाना में सरकार बनाई, उस समय वो केसीआर के खास आदमी थे.
जब रेड्डी जेल गए तो केसीआर ने उनकी मदद नहीं की और रेड्डी ने केसीआर को मुख्यमंत्री की गद्दी से उतारने का संकल्प लिया.
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और रेवंत रेड्डी करीब आए.