भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद ने गवर्नमेंट हाउस में 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी.
गणतंत्र दिवस की पहली परेड 1955 को दिल्ली के राजपथ पर हुई थी. पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद चीफ गेस्ट थे.
26 जनवरी, 1950 को गणतंत्र दिवस परेड, राजपथ के बजाय तत्कालीन इर्विन स्टेडियम (मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम) में हुई थी. इसे 15 हज़ार लोगों ने देखा था
उस वक्त इर्विन स्टेडियम के चारों तरफ चारदीवारी नहीं थी और उसके पीछे लाल किला साफ नज़र आता था.
गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं और हर साल 21 तोपों की सलामी दी जाती है.
भारत का संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है, जिसको तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा.
भारतीय संविधान की दो कॉपियां हिन्दी और अंग्रेज़ी में हाथ से लिखकर तैयार की गई थी, जो कि अब संसद की लाइब्रेरी में हैं.
संविधान की हाथ से लिखी कॉपियों को प्रेम बिहारी नारायण नाम के आर्टिस्ट ने लिखा था और ये देहरादून में पब्लिश हुई थीं.
हर साल गणतंत्र दिवस पर किसी दूसरे देश की हस्ती भारत आकर शिरकत करती है. 26 जनवरी 1950 को इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्नो पहले मुख्य अतिथि बने थे.
29 जनवरी को विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी होती है. इसमें तीनों सेना के बैंड हिस्सा लेते हैं. ये दिन गणतंत्र दिवस समारोह का समापन होता है.