राम लला की मूर्ति बेहद भव्य और मनमोहक है. इस मूर्ति को एक ही पत्थर पर बनाया गया है. यानि इसमें कोई और पत्थर को नहीं जोड़ा गया है
रामलला की इस मूर्ति में भगवान विष्णु के 10 अवतार मत्स्य, कुर्म, वराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि अवतार के दर्शन भी मिलेंगे
रामलला की इस मूर्ति में मुकुट के पास सूर्य भगवान, शंख, स्वस्तिक, चक्र और गदा भी तराशा गया है
मूर्ति के नीचे हिस्से पर एक ओर हनुमान जी और दूसरी ओर गरूड़ देव के भी दर्शन मिलेंगे
मूर्ति में रामलला के बाएं हाथ को धनुष-बाण पकड़ने की मुद्रा में दिखाया गया है. मूर्ति का वजन करीब 200kg , ऊंचाई 4.24 फीट और चौड़ाई 3 फीट है
मूर्ति को काले रंग के पत्थर पर बनाया गया है. ये जल, दूध या फिर किसी भी चीज़ के अभिषेक से खराब नहीं होगा. ये मूर्ति लंबे सालों तक जस की तस रहेगी
कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने भगवान श्रीराम की ये बाल स्वरूप की मूर्ति बनाई है