भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की सेवा करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है. जानिये यहां.
लड्डू गोपाल जी की सेवा एक बच्चे की तरह ही की जाती है. छोटे बच्चों की तरह ही बाल गोपाल को भी घर में अकेला नहीं छोड़ना चाहिए.
मान्यता है कि अकेले घर में जैसे छोटे बच्चे को डर लग सकता है वैसे ही लड्डू गोपाल को भी डर लग सकता है. इसीलिए घर से बाहर जाएं तो उन्हें साथ ले जाएं.
लड्डू गोपाल को प्रतिदिन शंख में जल भरकर स्नान कराएं. स्नान कराने के बाद उन्हें हमेशा साफ-सुथरे वस्त्र पहनाएं.
शंख में लक्ष्मी जी का वास माना गया है. ऐसे में शंख से स्नान करने के बाद उस जल को तुलसी के पौधे में डाल देना चाहिए
माना जाता है कि लड्डू गोपाल जी को शृंगार करना बहुत पसंद है. उन्हें चंदन का टीका लगाएं और गहने और मोर मुकुट जरूर पहनाएं.
लड्डू गोपाल जी को दिन में चार बार भोग लगाएं. लड्डू गोपाल का भोग बिलकुल सात्विक भोजन का रखें.