इस साल करवा चौथ 1 नवंबर बुधवार को मनाया जाएगा, इसलिए आप इस दिन ही करवा चौथ का व्रत रखें.
करवा चौथ का निर्जला व्रत रात को चांद देखने के बाद ही खोला जाता है. चांद के साथ पति की पूजा भी की जाती है.
करवा चौथ के दिन शाम को पूजा के वक़्त आप सिन्दूर, चूड़ी, मंगलसूत्र, नए कपड़े पहनकर अच्छे से तैयार हों और मन से श्रृंगार करें.
लाल रंग सुहागन का रंग माना जाता है इसलिए आप लाल रंग की साड़ी, सूट या जोड़ा पहनने की कोशिश करें.
सरगी की थाली सास द्वारा दी जाती है जिसमें खाने का सामान जैसे सूखे मेवे, पान और नारियल पानी होता है. इसको सुबह जल्दी उठकर 5 बजे से पहले खाया जाता है.
शाम को मुहूर्त के मुताबिक भगवान की पूजा करें और कथा पढ़ें इसके बाद ही अपना व्रत खोलें.