थोड़े तीखे स्वाद के साथ पोषक तत्वों से भरपूर, सरसों का इस्तेमाल खासतौर से उत्तर भारत में खूब होता है. सरसों दा साग इससे तैयार सबसे पॉपलुर सब्जी है
आयरन से भरपूर और थोड़े कड़वे स्वाद वाली मेथी की पत्तियों का इस्तेमाल मेथी पराठा और मेथी थेपला समेत कई तरह के डिशेज को तैयार करने में किया जाता है.
आयरन और दूसरे विटामिन और मिनरल्स से भरपूर पालक सेहत का खजाना है. पालक पनीर और पालक साग जैसी डिशेज इससे बनाई जाती हैं.
सर्दियों में मिलने वाला बथुआ बेहद पॉपुलर साग है. इसे दूसरे साग के साथ मिलाकर कई तरह की सब्जियां और पराठे बनाये जाते हैं.
बेहद पौष्टिक और हल्के स्वाद वाली, चौलाई की पत्तियों का उपयोग चौलाई साग जैसे व्यंजनों में और दाल के साथ मिलाकर किया जाता है.
मूली के पत्ते, कुकिंग में तीखापन और पौष्टिकता को जोड़ते हैं, ये स्वाद और स्वास्थ्य लाभ दोनों को बढ़ावा देते हैं