सुरों के बेताज बदशाह ए आर रहमान अपनी पहचान पूरी दुनिया में बना चुके हैं. आज यानी 6 जनवरी को म्यूजिशियन अपना 57वां बर्थडे मना रहे हैं.
1966 में चैन्नई में जन्में ए आर रहमान ने आर के शेखर से संगीत सीखा था. बचपन से ही कई सारे म्यूजिकल इंट्रूमेंट बजाने में माहिर थे.
रहमान के पिता फिल्मों में स्कोर कंपोजर थे,उनके निधन के बाद 9 साल के रहमान ने पढ़ाई छोड़ म्यूजिक बैंड बनाया और उसमें करियर बनाने का फैसला किया.
कैंसर से जूझ रहे पिता के इलाज के दौरान रहमान की मां और वह एक सूफी से मिले. उनसे इस कदर प्रभावित हुए थे कि उन्होंने खुद को हिंदू से मुस्लिम बना लिया.
एआर रहमान: द स्प्रिट ऑफ म्यूजिक के अनुसार, रहमान को अपना नाम दिलीप कुमार पसंद नहीं था. फिर मां और हिंदू ज्योतिष के बताने पर अल्ला रक्खा रहमान नाम रखा.
काफी संघर्ष करने के बाद रहमान को मणिरत्नम की फिल्म 'रोजा' में म्यूजिक कंपोज करने का मौका मिला. इसके गाने को खूब सराहना मिली.
रहमान को पहली फिल्म 'रोजा' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. इसके बाद उन्होंने 'रॉकस्टार' , 'दिल से', 'लगान' जैसी फिल्मों में सुपरहिट गाने दिए.
ए आर रहनाम की झोली में 2 ऑस्कर,1 ग्रैमी और 6 राष्ट्रीय पुरस्कार आ चुके हैं. उन्होंने 3 हॉलीवुड फिल्मों के लिए म्यूजिक तैयार किया था.