वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को अंतरिम बजट 2024 पेश करेंगी. यहां बजट संबंधी कुछ प्रमुख बातें दी गई हैं, जो आपको जाननी चाहिये.
इकोनॉमिक सर्वे बजट सेशन के दौरान पेश किया जाता है. यह आगामी वित्त वर्ष के बजट को प्रस्तुत करने के लिए बेसिस तैयार करता है.
इन्फ्लेशन देश में वस्तुओं, सेवाओं और कीमतों में बढ़ोतरी की दर को कहते हैं. इन्फ्लेशन अधिक होती है तो ग्राहक की परचेंजिंग पॉवर उतनी कमज़ोर होगी.
डायरेक्ट टैक्स सीधे टैक्यपेयर पर लगाए जाते हैं, जैसे इनकम टैक्स या कॉर्पोरेट टैक्स. जीएसटी, वैट और उत्पाद शुल्क जैसे टैक्स इनडायरेक्ट टैक्स होते हैं.
सरकार नए टैक्स लगाने, टैक्स स्ट्रक्चर को बदलने या मौजूदा टैक्स स्ट्रक्चर को जारी रखने की पॉलिसी ऑफर करने के लिए फाइनेंस बिल का इस्तेमाल करती है.
किसी देश का कैपिटल एक्सपेंडिचर वह कुल राशि है, जिसका इस्तेमाल केंद्र इकोनॉमी को बढ़ावा देने, एसेट्स के विकास और अधिग्रहण की योजना के लिए करता है.
मंत्रालयों, विभागों, क्षेत्रों व योजनाओं को आवंटित अनुमानित राशि को बजट अनुमान कहा जाता है. इससे तय होता है कि धन का इस्तेमाल कहां और कैसे किया जाएगा.
फिस्कल डेफिसिट पिछले वित्त वर्ष में सरकार के कुल खर्च और रेवेन्यू के बीच का अंतर होता है. इस अंतर को दूर करने के लिए RBI से उधार लिया जाता है.