कैब पर राज्यसभा में बहस के दौरान कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने मोदी सरकार के नागरिकता संशोधन बिल पर गंभीर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि सरकार संसद से एक असंवैधानिक कानून को पास करने को कह रही है. उन्होंने सवाल किया कि आपने कैसे यह तय किया कि केवल 3 पड़ोसी देशों के ही नागरिक इसमें शामिल होंगे, केवल 6 धर्मों को ही इसमें क्यों शामिल क्यों किया गया. बाकियों को क्यों नहीं. अहमदिया, हजारा, रोहिंग्या आदि को क्यों छोड़ा गया है. यहूदी, मुसलमानों, श्रीलंकाई हिंदू और भूटानी क्रिश्चियन आदि को क्यों शामिल नहीं किया गया? चिदंबरम ने पूछा कि केवल धर्म के आधार पर प्रताड़ित लोगों को ही क्यों शामिल किया गया है, राजनीतिक समेत अन्य वजहों से प्रताड़ित लोगों को क्यों शामिल नहीं किया गया.