जहां आज तक कोई नहीं पहुंचा, चांद के उस हिस्से पर उतरेगा 'विक्रम'

Updated : Jul 14, 2019 22:09
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Editorji News Desk
सितंबर के पहले हफ्ते में चन्द्रमा की सतह पर भारतीय रोवर विक्रम के उतरते ही भारत उन देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा जो चांद पर पहुंचे हैं. अब तक ये उपलब्धि अमेरिका, रूस और चीन ने ही हासिल की है. आइए अब ये भी जान लेते हैं कि बेहद कम लागत में तैयार किए गए चद्रयान-2 का मकसद क्या है. चन्द्रमा के सर्फेस पर पहुंचने के बाद ये रोवर यहां पानी के प्रसार और मात्रा का अध्यन करेगा. इसके अलावा चन्द्रमा के मौसम और बाहरी वातावरण के बारे में भी जानकारियां जुटाई जाएंगी. साथ ही ये चांद पर मौजूद खनिजों और दूसरे रसायनों का भी विश्लेषण होगा. रोवर विक्रम जहां उतरेगा उसे चन्द्रमा का दक्षिणी ध्रुव कहा जाता है और ये चांद का वो हिस्सा है जहां अभी तक दुनिया का कोई भी अंतरिक्ष यान नहीं उतरा है.
चंद्रयान-2चंद्रमाइसरोचीनअमेरिका

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