लोकसभा में विपक्ष के विरोध के बाद पास हुआ तीन तलाक बिल मंगलवार को राज्यसभा में पेश किया गया. और यहां भी BJD को छोड़ ज्यादातर पार्टियां जैसे CPM AIADMK TMC YSRCP DMK JDU बिल के विरोध में दिखीं. लेकिन AIADMK और JDU का विरोध मोदी सरकार के पक्ष में काम कर सकता है, और राज्यसभा में भी बिल पास होने की राह आसान हो सकती है. ऐसा इसलिये क्योंकि AIADMK और JDU ने बिल के विरोध में वॉकआउट किया, जिसके बाद राज्यसभा में सदस्यों की संख्या घटकर 213 हो गई और बिल पास कराने के लिए वोटों की संख्या भी कम होकर 109 हो गई है. ऐसे में केंद्र सरकार के लिए बिल पास कराना पहले से आसान हो गया है. वहीं कांग्रेस ने बिल को स्थायी समिति के पास भेजने की मांग करते हुए कहा कि, वो बिल का नहीं बल्कि इसे फौजदारी मामला बनाने का विरोध कर रही है.