कतर में शीर्ष तालिबान (Taliban) नेतृत्व के साथ भारत की पहली आधिकारिक बैठक के बाद, विदेश सचिव (Foreign Secretary ) हर्ष श्रृंगला ने कहा कि तालिबान भारत के साथ मुद्दों (India's concerns) को हल करने के मामले में तर्कशील और उचित रवैया अपनाने का संकेत दिया है. साथ ही कहा कि तालिबान के साथ भारत का संपर्क सीमित है और दोनों पक्षों के बीच कोई मजबूत बातचीत नहीं हुई है.
श्रृंगला ने कहा कि भारत ने तालिबान को बता दिया है कि दूसरे देशों के खिलाफ उनकी जमीन से आंतकवादी गतिविधियां नहीं होना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान समूह की नई सरकार के गठन पर अमेरीका और भारत पैनी नजर बनाए हुए हैं. दोनों देश अफगान में पाकिस्तान के ‘दखल’ को लेकर सतर्क हैं.
इससे पहले कतर में भारत के राजदूत दीपक मित्तल ने 31 अगस्त को दोहा में एक वरिष्ठ तालिबान नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनकजई के साथ बैठक की थी.