महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे के बाद अब भाजपा के अंदर भी इस बात को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर अजित पवार के समर्थन पर भरोसा क्यों किया गया. महाराष्ट्र बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे ने अजित पवार के साथ हाथ मिलाने के फैसले का विरोध किया है. खडसे ने सफ कहा कि अजित पवार का समर्थन नहीं लेना चाहिए था. उन्होंने कहा कि अजित पवार सिंचाई घोटाले के आरोपी हैं, हमें उनके साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए था. खडसे ने साफ कहा कि हमने जिंदगी भर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ कर जो कुछ कमाया था उसे पार्टी ने अजित पवार के साथ हाथ मिलाकर मिनटों में गंवा दिया.