म्यांमार (Myanmar) में पिछले कई दिनों से सेना की ओर से जनता और प्रदर्शनकारियों पर दमनकारी हिंसा जारी है, इस बीच मंगलवार को सेना ने देश के पूर्वी हिस्से पर और हवाई हमले किए जिसके बाद हालात बिगड़ गए. इन हमलों के बाद करेन जातीय अल्पसंख्यक हजारों की तादाद में सीमा पर कर शरण के लिए थाईलैंड पहुंचे,
लेकिन इस बीच थाईलैंड (Thailand) के पीएम प्रयुत चन ओचा ने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया है कि हवाई हमलों के बाद भाग कर आए लोगों को उनके देश के सुरक्षाबलों ने वापस लौटने को मजबूर किया. ओचा ने कहा कि लोग खुद ही वापस चले गए. दरअसल साल की शुरुआत में म्यांमार की सेना की ओर से किए गए तख्तापलट के बाद से देश में हालात खराब हो रहे हैं. तख्तापलट के विरोध में हुए प्रदर्शनों में अब तक कम से कम 510 प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है.