यूपी के लखीमपुर में चार किसानों को कार से कुचलकर मारने और उसके बाद भड़की हिंसा में चार और लोगों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को कड़ी फटकार लगाई है. कोर्ट ने कहा है कि वो इस मामले में प्रदेश सरकार की ओर से लिए गए एक्शन पर संतुष्ट नहीं है. चीफ जस्टिस ने पूछा कि आखिर आप क्या संदेश देना चाहते हैं? धारा 302 जैसे गंभीर मामले में अभी तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? अभियुक्त जो भी हो कानून को अपना काम करना ही होगा.
देश की सबसे बड़ी अदालत में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन लखीमपुर खीरी कांड पर सुनवाई हुई. इस दौरान यूपी सरकार की ओर से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे पेश हुए. उन्होंने कोर्ट को बताया कि मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा शनिवार सुबह 11 बजे क्राइम ब्रांच के समक्ष पेश हो जाएगा. उन्होंने कहा कि आशीष मिश्रा को निशाना बनाया जा रहा है. इस पर CJI ने पूछा है कि क्या यूपी में बाकी आरोपियों के साथ भी यही रवैया रहता है? जिस पर साल्वे ने कहा कि अगर आशीष मिश्रा पुलिस के सामने पेश नहीं होता है तो फिर सख्ती की जाएगी.
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए पूछा कि हत्या के मामले में आरोपी से अलग व्यवहार क्यों हो रहा है? कोर्ट ने कहा कि यूपी सरकार एक वैकल्पिक एजेंसी के बारे में बताए जो इस मामले की जांच कर सकती है. अब इस मामले की अगली सुनवाई 20 अक्टूबर को होगी. तब तक कोर्ट ने यूपी के DGP को निर्देश दिया है कि वे ध्यान रखें की सबूत सुरक्षित रहें.