रविचंद्रन अश्विन नाम तो सुना ही होगा ही आपने क्योंकि यह वही स्पिन गेंदबाज है, जो सफेद जर्सी पहनकर अगर मैदान पर उतरता है तो टीम इंडिया की जीत लगभग तय हो जाती है. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैदान घरेलू है या फिर विदेशी क्योंकि इस स्पिन बॉलर की गेंदें जब घूमती हैं तो बड़े से बड़े बल्लेबाज घुटने टेकने को मजबूर हो जाते हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में भी ऑफ स्पिनर का जादू सर चढ़कर बोला और उन्होंने 14 विकेट निकालकर टीम इंडिया को घर पर लगातार 14वीं टेस्ट सीरीज में जीत दिलाई.
अश्विन ने घरेलू मैदान पर खेलते हुए 300 विकेट भी अपने नाम कर लिए हैं और वह ऐसा करने वाले अनिल कुंबले के बाद महज दूसरे ही गेंदबाज हैं. उन्होंने मुथैया मुरलीधरन के बाद घर में सबसे तेजी से 300 विकेट चटकाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है. क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में साल 2011 में डेब्यू करने वाले अश्विन अबतक 81 टेस्ट मैच खेल चुके हैं और इस दौरान स्पिनर ने 427 विकेट निकाले हैं. अब अगर घरेलू परिस्थितियोंं की बात करें तो यहां भारतीय स्पिनर का पूरी तरह से बोलबाला रहा है और अश्विन ने 49 टेस्ट मैचों में 300 विकेट चटकाए हैं. अब समझ लीजिए कि जब अश्विन विदेशी धरती पर अपनी गेंदें घूमाते हैं तो कैसे बैट्समैनों के सर चकरा जाते हैं. ऑफ स्पिनर ने घर से बाहर खेले 31 मैचों में 123 विकेट अपने नाम किए हैं.
भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट चटकाने के मामले में अश्विन अब हरभजन सिंह को पीछे छोड़कर तीसरे नंबर पर आ चुके हैं और उनसे आगे सिर्फ कपिल देव और दिग्गज गेंदबाज अनिल कुंबले ही हैं. अश्विन कपिल देव को पीछे छोड़ने से महज 8 विकेट की दूर हैं. भले ही भारत को हमेशा से ही स्पिन गेंदबाजों के लिए जाना जाता रहा हो, लेकिन अश्विन जैसे जादूगर सर्दी में एक बार पैदा होता हैं, जिनके खेल की मिसाल दी जाती है.