देश में भले ही कोरोना केसों (Corona Cases) की रफ्तार पहले के मुकाबले कम हो, लेकिन कोविड केसों से ज्यादा चिंता की बात है कोरोना संक्रमण की R वैल्यू का बढ़ना. पहले समझते हैं कि R वैल्यू आखिर होती क्या है ?
-एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति जितने लोगों को संक्रमित करता है उसे R वैल्यू कहते हैं
-अगर एक शख्स एक शख्स को इंफेक्ट करता है तो R वैल्यू 1 होगी
-लेकिन अगर एक शख्स 2 लोगों को इंफेक्ट करता है तो ये वैल्यू 2 होगी
- दरअसल चिंता की बात ये है कि कोरोना की रफ्तार बढ़ाने में R वैल्यू भूमिका निभा चुका है
- मार्च 2021 में सेकेंड वेव की पीक के दौरान R वैल्यू 1.37 थी
- हालांकि अप्रैल में ये वैल्यू घटकर 0.96 हो गई
- जुलाई के आखिरी हफ्ते में इसमें बढ़ोतरी शुरु हो गई है
- इस वक्त R Value 1 पर पहुंच गई है
देश में पिछले 6 दिनों से कोरोना के 40 हजार से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं. डॉक्टरों का साफ कहना है कि अगर लोग नहीं माने तो तीसरी लहर आने में देर नहीं लगेगी. इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि भारत में सिर्फ जुलाई महीने में 13 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए गए हैं और फिलहाल इसमें और तेज़ी आने वाली है. हालांकि देश में पिछले 24 घंटे में 36 हजार, 946 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं.