JNU के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद की गिरफ्तारी पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भारत में अब किसे जेल होगी या नहीं होगी यह अपराध नहीं बल्कि उसका धर्म तय करता है. महबूबा ने पूछा कि पुलिस के बड़े अफसर की मौजूदगी में लोगों को खुलेआम उकसाने वाले कपिल मिश्रा और कोमल शर्मा बाहर घूम रहे हैं जबकि उमर और सफूरा जेल में हैं.
वकील प्रशांत भूषण ने कहा - सीताराम येचुरी, योगेंद्र यादव, जयति घोष और अपूर्वानंद का नाम लेने के बाद अब उमर खालिद की गिरफ्तारी से दिल्ली दंगे की जांच कर रही दिल्ली पुलिस के दुर्भावनापूर्ण नजरिए को समझने में कोई संदेह नहीं बचा है. यह पुलिस द्वारा जांच की आड़ में शांतिपूर्ण कार्यकर्ताओं को फंसाने की साजिश है.
आरजेडी प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा- प्रमुख छात्र नेताओं और विद्वान लोगों को रात में गिरफ्तार करना लोकतंत्र के स्वास्थ्य पर नवीनतम चिकित्सा बुलेटिन है.