अदालत की अवमानना मामले में 1 रुपये जुर्माने की सजा पाने वाले वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा है कि वे अदालत का सम्मान करते हैं और फाइन भरेंगे, लेकिन उनके पास अभी भी रिव्यू पिटीशन दायर करने का अधिकार बाकी है.
प्रशांत भूषण ने फैसले के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि - मैंने पहले ही कहा था कि सुप्रीम कोर्ट मेरे खिलाफ जो भी फैसला सुनाएगा मैं उसे खुशी से स्वीकार करूंगा. सुप्रीम कोर्ट ने भले ही इसे अवमानना माना हो, लेकिन मुझे लगता है कि सच बोलना और जहां गलत हो रहा है उसके खिलाफ आवाज उठाना ये हर नागरिक का सबसे बड़ा कर्तव्य है.
उन्होंने कहा कि मेरे ट्वीट्स का उद्देश्य सुप्रीम कोर्ट की अवमानना करना कतई नहीं था, बल्कि वे ट्वीट टॉप कोर्ट के अपने शानदार रिकॉर्ड से भटकने को लेकर नाराजगी की वजह से किए गए थे.