खाने के तेल के दाम में गिरावट जल्द आने की उम्मीद है. सरकार ने पाम ऑयल पर इंपोर्ट ड्यूटी घटा दी है (Palm Oil ImpurT Duty Cut). अब पाम ऑयल पर इंपोर्ट ड्यूटी को घटाकर 10 फीसदी कर दिया है. देश में खाने के तेल की जरूरत को पूरा करने के लिए पाम ऑयल का आयात होता है, ड्यूटी कम किए जाने से तेल का आयात बढ़ने और कीमतों में गिरावट आने की उम्मीद बन गई है.
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने एक नोटिफिकेशन के जरिए बताया कि कच्चे पाम तेल पर मूल सीमा शुल्क को घटाकर 10 फीसदी और कच्चे पाम तेल के अलावा अन्य पाम तेल पर 37.5 फीसदी कर दिया गया है.सरकार का ये ये फैसला 30 सितंबर तक जारी रहेगा. मौजूदा समय में पाम तेल पर मानक सीमा शुल्क, बीसीडी 15 फीसदी, आरबीडी पाम ऑयल,आरबीडी पामोलिन की दूसरी कैटेगरी पर ये 45 फीसदी है. खाने के तेल की जरूरत को पूरा करने के लिए देश में पाम ऑयल का इंपोर्ट होता है, कुल इंपोर्ट होने वाले खाने के तेल में करीब 60 फीसदी हिस्सेदारी पाम ऑयल की होती है, मई के महीने में भारत का पाम तेल का इंपोर्ट 4 महीने के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया था