ओणम: हर रोज़ बढ़ता जाता है रंगोली का आकार, जानें परंपरा

Updated : Aug 31, 2020 11:31
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Editorji News Desk

दक्षिण भारत के केरल का सबसे बड़ा त्योहार है ओणम. साल 2020 में ओणम 31 अगस्त को मनाया जाएगा. यह त्योहार दस दिनों तक चलता है. ओणम उत्सव की शुरुआत होते ही हर घर को सजाया जाता है. हर घर के आंगन में रंगोली बनायी जाती हैं. जिसे पूलकम कहा जाता है. पहले दिन यह रंगोली छोटी होती है, लेकिन हर दिन के साथ इस रंगोली में एक पंक्ति बढ़ा दी जाती है जिससे दसवें दिन इसका आकार बहुत बड़ा हो जाता है. इस त्योहार पर रंगोली के साथ दीप भी जलाए जाते हैं.

पौराणिक कथा के अनुसार ओणम महाबली राजा बलि के स्वागत में मनाया जाता है. राजा बलि असुराज होने पर भी भगवान विष्णु के भक्त थे. इस त्योहार की कथा भी विष्णु के वामन अवतार से जुड़ी है.

इन सब से परे ओणम एक कृषि पर्व है जो नई फसल उगने की खुशी में मनाया जाता है. मलयालम कैलेंडर के हिसाब से यह त्योहार पहले महीने में होता है, ओणम मलयाली हिंदू धर्म के लोगों के लिए यह नव वर्ष का आरंभ भी होता है.

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