International Tiger Day 2021: बाघों को संरक्षण देने और उन्हें विलुप्त होने से बचाने के लिए हर साल 29 जुलाई को इंटरनेश्नल टाइगर डे मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को बाघों को लेकर जागरुक करना है.
जागरुकता फैलाने के अलावा लोगों को पारिस्थितिक तंत्र में बाघों के महत्व को भी बताया जाता है. जिसका नतीजा ये है कि देश में तेजी से बाघों की संख्या बढ़ रही है. साल 2010 की जणगणना के मुताबिक देश में 1,706 बाघ थे. साल 2018 की जणगणना के मुताबिक इनकी संख्या बढ़कर 2,967 हो गई है.
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बता दें कि देशभर में बाघों की संख्या तेजी से बढ़ने के साथ ही उनका ऑक्यूपेंसी एरिया भी बढ़ रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, केरल, उत्तराखंड, बिहार और मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.
गौरतलब है कि हर चार साल में देशभर में बाघों की जनगणना होती है, जिससे उनकी ग्रोथ का पता लगाया जाता है. बाघों के संरक्षण को लेकर देश के प्रयासों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 1973 में देशभर में मात्र 9 टाइगर रिजर्व थे, जिसकी संख्या बढ़कर अब 51 हो गई है.
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