सऊदी अरब ने भारत को सलाह दी है कि महंगा तेल खरीदने से बचने के लिए भारत पिछले साल अप्रैल, मई और जून में बेहद कम दाम में खरीदे गए कच्चे तेल का स्टॉक क्यों नहीं निकालता. सऊदी के ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुलअजीज ने OPEC की बैठक के बाद संवददाता सम्मेलन में भारत को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में ये कहा. दरअसल भारत के पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने OPEC देशों से अपील की थी कि कच्चे तेल के दाम में स्थिरता लाने के लिए वह उत्पादन पर लागू की गई बंदिशों को कम करें, जिसे OPEC ने खारिज कर दिया. बैठक में OPEC प्लस ने फैसला लिया है कि कच्चे तेल की मांग में और मजबूती आने पर ही प्रोडक्शन बढ़ाया जाएगा यानि अप्रैल में उत्पादन नहीं बढ़ने वाला, यानि तेल और महंगा होने वाला है.
आपको बता दें कि पिछले साल भारत ने सिर्फ 19 डॉलर प्रति बैरल के रेट पर कच्चा तेल खरीदा था जिसे उसने अपने तेल रिजर्व में स्टोर किया हुआ है, ये खुद पेट्रोलियम मंत्री ने संसद को बताया था. आपको बता दें कि शुक्रवार को कच्चे तेल का भाव बढ़कर 67.44 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. पहले ही भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम लोगों को रुला रहे हैं अब अगर बढ़े हुए दामों का बोझ कंपनियां जनता पर डालती हैं तो कीमतें और बढ़ना तय है.