Russia-Ukraine crisis: रूसी राष्ट्रपति के यूक्रेन (Ukraine) के दो अलगाववादी इलाकों को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देने के फैसले ने एक बार फिर युद्ध की आशंका को तूल दे दिया है. अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय संघ (EU) के देशों ने इस फैसले की निंदा की है. वहीं भारत (India) ने भी दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है. इस फैसले से बदले समीकरण को देखते हुए अमेरिका, मैक्सिको और पांच यूरोपीय देशों के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आपात बैठक (UNSC meeting) बुलाई.
बैठक में भारत ने कहा कि सभी पक्षों के लिए जरूरी है कि इस मसले को अत्यंत संयम से हल करें. हम राजनयिक प्रयासों को तेज करने के लिए अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की जरूरत पर जोर देते हैं ताकि जल्द कोई समाधान निकले. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने ये भी कहा कि यूक्रेन में भारतीय छात्र और नागरिकों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है.
ब्रिटेन ने रूस से यूक्रेन के दो हिस्सों को अलग देश का मान्यता देने वाला फैसला वापस लेने की अपील की है. उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने रूस पर कई तरह की पाबंदियां लगाने की चेतावनी दी है. साथ ही उस कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर भी कर दिया है, जो अमेरिकी नागरिकों को लुहांस्क और डोनेस्टक क्षेत्र में इन्वेस्टमेंट से रोकेगा. वहीं कनाडा के पीएम ट्रूडो ने रूस के इस फैसले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि रूस की अस्वीकार्य कार्रवाइयों से यूरोप और दुनिया भर में शांति को खतरा है, उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.