Pope: बेथलहम के अस्तबल में यीशू के जन्म को याद करते हुए पोप फ्रांसिस (87) ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अपना संदेश दिया. उन्होने कहा कि ‘‘हथियारों का टकराव आज भी’’ ये यीशु को ‘‘दुनिया में जगह पाने से रोकता है’’
पोप ने रविवार रात सामूहिक प्रार्थना सभा की अध्यक्षता की जिसमें लगभग 6,500 ईसाई समुदाय के लोग शामिल हुए.
पोप ने सात अक्टूबर को इजराइल में हमास के घातक हमले और बंधक बनाने के कारण भड़के युद्ध का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हमारा दिल बेथलहम में है जहां ‘शांति के राजकुमार’ को युद्ध के निरर्थक तर्क ने एक बार फिर खारिज कर दिया।’’
प्रार्थना सभा शुरू होने पर हरे भरे और सफेद फूलों से सजे मंच के सामने ईसा मसीह की एक प्रतिमा का अनावरण किया गया और दुनिया के सभी कोनों का प्रतिनिधित्व करने वाले बच्चों ने भव्य सिंहासन के चारों ओर फूल रखे. सफेद वस्त्र पहने फ्रांसिस ने सेंट पीटर के भव्य स्तंभों में से एक के नीचे खड़े होकर प्रार्थना सभा का नेतृत्व किया।
फ्रांसिस ने कहा कि यीशु का जन्म राजा डेविड की शक्ति को मजबूत करने के लिए हुई जनगणना के दौरान हुआ था। उन्होंने कहा कि यीशु ने मानव शरीर धारण करके विनम्रतापूर्वक दुनिया में प्रवेश किया. पोप ने कहा, ‘‘यहां हम क्रोध और दंड के देवता को नहीं बल्कि दया के देवता को देखते हैं जिसने मानव देह धारण की और दुनिया में प्रवेश किया।’’
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