Parrot Fever Outbreak: 2023 के बाद से संक्रमण में वृद्धि के बाद यूरोप में पैरेट फीवर से पांच लोगों की मौत हो गई है. डब्ल्यूएचओ (WHO) ने बताया कि दुर्लभ जीवाणु संक्रमण विभिन्न प्रकार के जंगली और पालतू पक्षियों और मुर्गों में पाया जा सकता है.
यह बीमारी संक्रमित जानवर को खाने से नहीं फैलती है. आमतौर पर यह बीमारी संक्रमित पक्षी जिस जगह पर सांस भी छोड़ते हैं वहां धूल में सांस लेने से फैलती है.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वह पैरेट फीवर के प्रकोप पर बारीकी से नजर रखेगा, जिसे सिटाकोसिस के नाम से भी जाना जाता है. सीएनएन के अनुसार, इस बीमारी के पीछे का बैक्टीरिया क्लैमाइडिया परिवार से है.
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