पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को लाहौर हाईकोर्ट ने बड़ी राहत दी है. कोर्ट ने इमरान की बेल अर्जी को मंजूरी दे दी है. वहीं शहबाज सरकार ने तोशाखाना तोहफों को लेकर फर्जी और जाली रसीद तैयार करने और जमा करने के आरोप में इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और उनके कुछ सहयोगियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाज़ी का एक और मामला दर्ज किया है. PTI की खबर के मुताबिक पाकिस्तान के तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख इमरान खान, बुशरा बीबी, पूर्व मंत्री शहज़ाद अकबर, जुल्फी बुखारी, फराह गोगी (बुशरा बीबी की करीबी सहयोगी) और अन्य के खिलाफ “अवैध लाभ’’ हासिल करने और धोखाधड़ी में एक-दूसरे की मदद करने, साजिश रचने समेत दूसरे आरोपों में मामला दर्ज किया गया है.
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आपको बता दें कि तोशाखाना कैबिनेट प्रभाग के प्रशासनिक नियंत्रण वाला विभाग है जहां पाकिस्तानी शासकों, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को दूसरे राष्ट्रप्रमुखों या दूसरे अधिकारियों द्वारा दिए गए उपहारों को रखा जाता है. खबर में कहा गया है कि आरोपियों ने घड़ी व कफ़लिंक जैसे तोशाखाना तोहफों के संबंध में न सिर्फ फर्जी और जाली रसीद तैयार कीं, बल्कि उन्हें असली बताकर प्रस्तुत किया जिसे लेकर स्वतंत्र सत्यापन किया गया और इससे साबित हुआ है कि ये रसीद फर्जी और जाली हैं. आरोप है कि पीटीआई प्रमुख और उनके सहयोगियों ने सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री को उपहार में दी गई दुर्लभ ‘ग्रेफ’ कलाई घड़ी समेत अन्य तोहफों की फर्जी रसीद जमा कीं.
पिछले साल सितंबर में इमरान खान ने पुष्टि की थी कि उन्होंने प्रधानमंत्री रहने के दौरान उन्हें मिले कम से कम चार उपहारों को बेच दिया था। दुबई में रहने वाले कारोबारी उमर फारूक ज़हूर ने टीवी पर एक कीमती घड़ी को दिखाया था तथा कहा था कि उन्होंने यह घड़ी फराह गोगी से 20 लाख अमेरिकी डॉलर में खरीदी है.