ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय (King Charles 111) की ताजपोशी पर पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी है. बधाई संदेश में पीएम मोदी ने दोनों देशों के संबंध मजबूत होने की उम्मीद जताई है. दरअसल 1937 के बाद ब्रिटिश राजा की पहली ताजपोशी है. चार्ल्स III को शनिवार को यूनाइटेड किंगडम और 14 अन्य राष्ट्रमंडल देशों के सम्राट के तौर पर महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के उत्तराधिकारी के रूप में ताज पहनाया गया. शाही गिरजाघर वेस्टमिंस्टर एबे में आयोजित समारोह में कैंटरबरी के आर्चबिशप ने महाराजा चार्ल्स तृतीय को 360 वर्ष पुराना सेंट एडवर्ड का सोने का बना मुकुट पहनाया. समारोह में महाराजा की पत्नी कैमिला का भी महारानी के रूप में औपचारिक अभिषेक हुआ. इस दौरान उन्हें महारानी मैरी का मुकुट पहना. समारोह में गाए जा रहे गास्पेल काइर (ईसाई धर्म का समूह गान) के बीच टावर आफ लंदन से महाराजा को तोपों की सलामी दी गई.
King Charles Coronation: किंग को राजतिलक के दौरान पहनाए गए ख़ास पुश्तैनी कपड़े
इससे पहले किंग चार्ल्स और उनकी पत्नी कैमिला खास डायमंड जुबली स्टेट कोच में एब्बे के लिए रवाना हुए, इसे छह विंडसर ग्रे घोड़ों द्वारा खींचा गया. इसे किंग के बॉडीगार्ड और घुड़सवार सेना के सदस्यों ने एस्कॉर्ट किया. राज्याभिषेक में केवल 2,000 लोगों को ही आमंत्रित किया गया. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री और हिंदू धर्म के अनुयायी ऋषि सुनक ने ब्रिटेन सरकार के प्रमुख के रूप में बाइबिल पढ़कर इतिहास रच दिया. उन्होंने राज्याभिषेक को "ब्रिटेन के इतिहास, संस्कृति और परंपराओं की एक गौरवपूर्ण अभिव्यक्ति" के रूप में वर्णित किया. यह आयोजन 1953 में क्वीन एलिजाबेथ के लिए आयोजित हुए ताजपोशी समारोह की तुलना में काफी छोटा था.
राज्याभिषेक समारोह के दौरान लंदन और कुछ अन्य शहरों में राजशाही के विरोधियों ने प्रदर्शन भी किया और नारेबाजी करते हुए समारोह को सरकारी धन की बर्बादी बताया. लंदन में पुलिस ने विरोध प्रदर्शन करने वाले 52 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. उन पर शांति भंग करने और अव्यवस्था फैलाने की धाराएं लगाई गई हैं.
प्रिंसेस हैरी और एंड्रयू दोनों ही किंग चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक में शामिल हुए, लेकिन राज्याभिषेक समारोह के कामकाज में उनकी कोई भूमिका नहीं रही. ताजपोशी समारोह के बाद किंग और क्वीन एक बड़े औपचारिक "राज्याभिषेक जुलूस" में गोल्ड स्टेट कोच में बकिंघम पैलेस लौटेगे. उनके साथ शाही परिवार के दूसरे सदस्य और करीब 4,000 ब्रिटिश और राष्ट्रमंडल सैनिक शामिल होंगे. बकिंघम पैलेस में लौटने के बाद किंग चार्ल्स और महारानी कैमिला के साथ साथ ब्रिटिश रॉयल्स फैमिली खास समारोह में अपनी बालकनी में मौजूद रहेंगे. ताजपोशी का कार्यक्रम तीन दिनों तक चलेगा. रविवार की शाम को विंडसर कैसल में एक संगीत कार्यक्रम भी होगा.