Nobel Peace Prize: नोबल प्राइज कमिटी ने तमाम चर्चाओं के बीच शुक्रवार को शांति के लिए दिए जाने वाले नोबल पीस प्राइज का ऐलान कर दिया है. इस साल का नोबेल पीस प्राइज बेलारूस के मानवाधिकार अधिवक्ता (Belarus Human Rights Advocate) एलेस बियालियात्स्की (Ales Bilyatsk) को नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया है. इसके साथ ही नोबल पीस प्राइज रूसी समूह 'मेमोरियल' और यूक्रेन के संगठन 'सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज' को देने का ऐलान किया गया है. खास बात यह है कि एलेस बियालियात्स्की फिलहाल जेल में बंद हैं. नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) की घोषणा शुक्रवार को नार्वे नोबेल कमेटी के प्रमुख बेरिट रीज एंडर्सन ने ओस्लो में की है.
ये भी पढ़ें: Global Recession: IMF की चेतावनी, आने वाली है मंदी की 'सुनामी'
दो भारतीय भी थे रेस में
बता दें कि पिछले साल नोबेल पीस प्राइज दो पत्रकारों, रूस के दिमित्री मुरातोव और फिलीपीन्स के मारिया रेसा को दिया गया था. तब उन्हें यह पुरस्कार लोकतंत्र और शांति की अहम जरूरत, फ्रीडम ऑफ स्पीच की हिफाजत के लिए दिया गया था. गौरलतब है कि अमेरिका की प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन के मुताबिक नोबेल पीस प्राइज की रेस में भारत के प्रतीक सिंहा और मोहम्मद जुबैर भी शामिल थे. प्रतीक और जुबैर फैक्ट चेकिंग वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के फाउंडर और को- फाउंडर हैं.
ये भी पढ़ें: Joe Biden: रूस की धमकी पर बोले जो बाइडेन, कहा- मजाक नहीं कर रहे पुतिन, मंडरा कहा परमाणु युद्ध का खतरा