Chandrayaan 3 Moon Soil: 'चंद्रयान-3' को लेकर ISRO ने बड़ा अपडेट जारी किया है. प्रज्ञान रोवर ने अपने पहले वैज्ञानिक परीक्षण भेजा है. इसरो ने जो जानकारी साझा की है. उसके मुताबिक चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर में लगे चास्टे (ChaSTE) पेलोड ने चंद्रमा के तापमान से जुड़ा पहला ऑब्जर्वेशन भेजा है. चंद्रमा के साउथ पोल की सतह पर करीब 50 डिग्री सेल्सियस तापमान है, जबकि 80mm की गहराई में माइनस 10°C टेम्परेचर रिकॉर्ड किया गया है.
ISRO ने मिट्टी के तापमान पर एक ग्राफ भी शेयर किया है. ग्राफ में तापमान -10 डिग्री सेल्सियस से 50 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तक दिखाई दे रहा है.
बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शनिवार को कहा था कि चंद्रयान-3 मिशन (Chandrayaan 3) के तीन में से दो उद्देश्य हासिल कर लिए गए हैं, जबकि तीसरे उद्देश्य के तहत वैज्ञानिक प्रयोग जारी हैं. इसने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन के सभी पेलोड सामान्य रूप से काम कर रहे हैं.
इसरो ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘चंद्रयान-3 मिशन: मिशन के तीन उद्देश्यों में से, चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग का प्रदर्शन पूरा हो गया है. चंद्रमा पर रोवर के घूमने का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है. तीसरे उद्देश्य के तहत वैज्ञानिक प्रयोग जारी हैं और इसी वैज्ञानिक प्रयोग के तहत रोवर प्रज्ञान ने ये जानकारी भेजी है. मतलब इसरो का भेजा गया ये मिशन सफल रहा है.
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को घोषिणा की चंद्रयान-3 की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ (Soft Landing) की तारीख 23 अगस्त के दिन को अब राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाया जाएगा और जिस जगह पर इस यान का लैंडर ‘विक्रम’ उतरा, उस जगह को अब ‘शिवशक्ति’ प्वाइंट के रूप में जाना जाएगा.
उन्होंने यह घोषणा भी की कि 2019 में चंद्रयान-2 ने जिस जगह पर अपने पदचिह्न छोड़े थे, चंद्रमा की उस जगह को अब ‘तिरंगा’ प्वाइंट के रूप में जाना जाएगा.