Wrestlers Protest: रविवार को एक तरफ नया संसद भवन देश को मिल रहा था तो दूसरी ओर देश की शान अंतरराष्ट्रीय पहलवानों की पुलिस के साथ झड़प हो रही थी. पुलिस ने एक महीने से प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को हिरासत में लेकर जंतर मंतर खाली करा दिया. पुलिस का कहना है कि अब दोबारा पहलवानों को यहां लौटने नहीं दिया जाएगा.
पुलिस के मुताबिक जंतर-मंतर पर 109 लोगों को हिरासत किया गया था जबकि पूरी दिल्ली में करीब 700 लोगों को हिरासत में लिया गया, पहलवानों साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की कई धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. हालांकि इन पहलवानों को देर शाम रिहा कर दिया गया.
पुलिस ने विनेश फोगाट, उनकी बहन संगीता फोगट ने सुरक्षा बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की थी जिसके बाद पुलिस के साथ इनकी भिड़ंत हुई
दिल्ली पुलिस ने नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे पहलवानों को हिरासत में ले लिया गया और प्रदर्शन स्थल जंतर-मंतर से उनका तंबू उखाड़ दिया गया
इन पहलवानों को हिरासत के दौरान कई लोगों को हिरासत में रखा गया, अब पुलिस का कहना है कि इन्हें जंतर-मंतर नहीं लौटने दिया जाएगा जबकि पहलवानों का कहना है कि वो फिर जंतर मंतर पर जुटेंगे और अपना शांतिपूर्ण प्रदर्शन न्याय मिलने तक जारी रखेंगे
नीरज चोपड़ा समेत कई खिलाड़ियों ने पहलवानों के साथ पुलिसिया व्यवहार की आलोचना की है. इसके अलावा विपक्षी नेताओं, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं ने केन्द्र सरकार को इस मुद्दे को लेकर कटघरे में खड़ा किया है.