भारत-पाकिस्तान के बीच वर्ल्ड कप के एक और महामुकाबले के लिए तैयार हो जाइए. एशिया की दो मजबूत टीमें इस बार टी-20 वर्ल्ड कप 2024 में नौ जून को एक-दूसरे का सामना करेंगी, जो अमेरिका और वेस्टइंडीज की सरजमीं पर हो रहा है. दुनियाभर के क्रिकेट फैंस भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले इस हाईवोल्टेज मुकाबले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. क्रिकेट के दो सबसे बड़े चिर प्रतिद्वंद्वी भारत-पाकिस्तान जब भी आमने सामने आते हैं तो रोमांच अपने चरम पर होता है. दोनों टीमों के बीच मुकाबला दुनिया के सबसे बड़े मैचों में से एक माना जाता है और इस दौरान अकसर व्यूअरशिप के रिकॉर्ड बनते हैं.
यही नहीं दोनों टीमों के बीच मैच की टिकटों को लेकर भी अकसर मारामारी देखने को मिलती है. 1947 में अंग्रेजों के भारत और पाकिस्तान में विभाजन, भारत-पाकिस्तान युद्ध और कश्मीर संघर्ष के दौरान उत्पन्न कड़वे राजनयिक संबंधों की वजह से दोनों देशों के बीच खेल प्रतिद्वंद्विता एक अलग ही चरम पर देखने को मिलती है.
दोनों टीमें पहली बार 1952 में खेली थीं, जब पाकिस्तान ने भारत का दौरा किया था. यही वो सीरीज थी, जिसने भविष्य में दोनों देशों के बीच कट्टर प्रतिद्वंद्विता का माहौल तैयार किया. तब से ही दोनों देशों के बीच टेस्ट और लिमिटेड ओवरों की सीरीज खेली जा रही है. हालांकि राजनीतिक कारणों के कारण दोनों देशों द्वारा कई सीरीज रद्द भी हो जाती हैं. 1965 और 1971 में दो बड़े युद्धों के कारण 1962 और 1977 के बीच दोनों देशों के बीच कोई क्रिकेट नहीं खेला गया. बाद में 1999 के कारगिल युद्ध और 2008 के मुंबई आतंकी हमलों ने भी दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों को बाधित किया.
मुंबई हमले के बाद 2009 में भारत के नियोजित पाकिस्तान दौरे और पाकिस्तान में भविष्य के सभी कार्यक्रमों को निलंबित कर दिया गया था. तब से भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी तरह की बाइलेटरल खेलने से इनकार कर दिया था. इन रुकावटों के बावजूद भारत बनाम पाकिस्तान क्रिकेट मैचों को अक्सर एक ऐसे माध्यम के रूप में देखा जाता है, जिसके माध्यम से कूटनीतिक तनाव को कम किया जा सकता है, भले ही अस्थायी रूप से ही क्यों न हो.
भारत और पाकिस्तान के बीच मैच दोनों देशों के लोगों को एक दूसरे के करीब लाते हैं, जो दर्शाता है कि वास्तव में खेल की वैल्यू क्या है. इन निलंबन की वजह से दोनों टीमें अब आईसीसी टूर्नामेंट्स में ही खेलती नजर आती हैं. देखा जाए तो दोनों देशों के बीच ज्यादा ना मैच होने का सबसे बड़ा नुकसान क्रिकेट फैन्स को ही हुआ है, जो एक अच्छे मुकाबले की उम्मीद करते हैं. आईसीसी टूर्नामेंट्स जीतने की तुलना की जाए तो यहां पाकिस्तान के मुकाबले भारत का पलड़ा भारी नजर आता है.
टीम इंडिया ने अब तक पाकिस्तान के पांच के मुकाबले 10 आईसीसी टूर्नामेंट्स जीते हैं. सीनियर लेवल पर भारत ने 5 आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम की हैं, जिसमें दो वनडे वर्ल्ड कप, एक टी-20 वर्ल्ड कप और दो चैम्पियंस ट्रॉफी शामिल हैं. इसके अलावा टीम पांच अंडर-19 वर्ल्ड कप भी जीतने में कामयाब रही है. दूसरी और पाकिस्तान ने अब तक तीन ट्रॉफी जीतने में सफलता पाई है, जिसमें एक वनडे वर्ल्ड कप, एक टी-20 वर्ल्ड कप और एक चैम्पियंस ट्रॉफी शामिल है. टीम इसके साथ ही दो बार अंडर-19 वर्ल्ड कप को भी जीतने में सफल रही है.
दोनों टीमों का हेड टू हेड
इतिहास में पाकिस्तान और भारत के बीच कुल 206 बार मुकाबला हुआ है. इन मुकाबलों में पाकिस्तान 88 बार विजयी हुआ है, जबकि भारत ने 74 बार जीत दर्ज की है. दिलचस्प बात यह है कि टेस्ट मैचों और वनडे में पाकिस्तान का रिकॉर्ड बेहतर है, लेकिन टी-20 इंटरनेशनल मैचों में भारत का दबदबा रहा है, जहां उसने पाकिस्तान के तीन के मुकाबले बारह में से आठ मैचों में जीत हासिल की है.
टी-20 इंटरनेशनल में दोनों टीमों का हेड टू हेड
आज तक टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास में 7 बार भारत-पाकिस्तान का मुकाबला हो चुका है. इस फॉर्मेट में पूरी तरह से टीम इंडिया का पलड़ा भारी दिखता है. 7 मैचों में से 5 मैच भारत ने जीते हैं, जबकि सिर्फ 1 मैच पाकिस्तान ने अपने नाम किया है. इसके अलावा 1 मुकाबला बेनतीजा रहा है.
वनडे मैचों में दोनों टीमों का हेड टू हेड
वनडे वर्ल्ड कप पर नजर दौड़ाई जाए तो यहां भारत का पलड़ा पूरी तरह भारी नजर आता है. दोनों टीमें अब तक 8 बार आमने-सामने आई हैं और हर बार जीत भारत के ही खाते में जुड़ी. ऑवरऑल देखा जाए तो भारत और पाकिस्तान की टीमें वर्ल्ड कप में 15 बार आमने-सामने हुई हैं, जहां भारत 13 मैचों में जीत दर्ज करने में सफल रहा है, जबकि एक मैच पाकिस्तान जीता है. इसके अलावा 1 मुकाबला बेनतीजा रहा है.