पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित भारतीय ओलंपिक संघ की सात सदस्यीय समिति के सदस्य पूर्व भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पहलवानों को अब अभ्यास पर ध्यान देना चाहिए.
दत्त ने कहा, 'पहलवानों को यह कदम 3 महीने पहले उठाना चाहिए था. एफआईआर दर्ज हो चुकी है, अब उन्हें अपनी प्रैक्टिस पर ध्यान देना चाहिए. सजा देने का अधिकार प्रधानमंत्री को भी नहीं, सिर्फ कोर्ट को है.'
रविवार से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों ने कहा है कि वे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक बृजभूषण शरण सिंह जिनके खिलाफ दिल्ली पुलिस ने 2 एफआईआर दर्ज की हैं, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा.
WFI विवाद में आमने-सामने फोगाट बहनें, बबीता से विनेश बोलीं- हमारे आंदोलन को कमजोर तो मत करो