जंतर मंतर पर देखे गए दृश्यों में, पहलवान और पुलिस अधिकारी एक-दूसरे को धक्के देते दिखाई दिए गए. पुलिसवालों का कहना है कि विनेश फोगट और उनकी चचेरी बहन संगीता फोगट ने बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की. जबकि पहलवानों ने इस आरोप को सिरे से खारिज किया है.
पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया और जबरदस्ती बसों में बिठाया.
कानून और व्यवस्था के खास कमिश्नर पुलिस दीपेंद्र पाठक ने कहा, "उन्हें कानून और व्यवस्था का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है. हम जांच के बाद कानूनी कार्रवाई करेंगे."
पुलिस अधिकारियों को विरोध स्थल को साफ करते हुए भी देखा गया, जहां पहलवानों ने 23 अप्रैल को रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था.