जहां दिल्ली पुलिस POCSO के तहत दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने की मांग कर रही है, वहीं बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध के प्रमुख चेहरों में से एक रही दिग्गज पहलवान साक्षी मलिक ने मामले में पुलिस की जांच पर सवाल उठाया है.
एकमात्र नाबालिग पहलवान के पिता यौन उत्पीड़न के आरोप से यह कहते हुए पीछे हट गए कि उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख पर झूठा आरोप लगाया था.
हालांकि, मलिक ने पीछे हटने पर चिंता व्यक्त की और द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, 'पॉक्सो मामले में अगर बृजभूषण को तब गिरफ्तार किया गया होता जब नाबालिग का बयान पहले मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया गया था तो नाबालिग ने अपनी शिकायत वापस नहीं ली होती. और यही नहीं, अन्य लड़कियां सामने आतीं और यौन उत्पीड़न की शिकायत करतीं. दबाव था और धमकियां मैंने सुनी हैं. कोर्ट को तय करना है कि क्या करना है.'
दिल्ली पुलिस ने 15 जून को बताया कि अपनी जांच पूरी होने के बाद उन्होंने पटियाला हाउस कोर्ट में प्राथमिकी रद्द करने के लिए एक अर्जी दायर की है.