संजय सिंह के WFI प्रसिडेंट चुने जाने पर पहलवानों का दर्द छलका है. मीडिया से बातचीत के दौरान बजरंग पूनिया ने कहा, 'मुझे नहीं लगता बेटियों को न्याय मिलेगा क्योंकि जिस तरह से तंत्र काम कर रहा है बेटियो को तोड़ने का काम अभी भी चल रहा है. आज WFI का चुनाव देख लिया आपने उसीका आदमी बना है. इसके बावजूद जब खेलमंत्री के सामने 15-20 लड़कियों ने अपनी आपबीती बताई थी आज 6 लड़कियां उनमें भी तोड़ने पर पूरा जोर लगाया जा रहा है. आज WFI के चुनाव में किया है धीरे-धीरे उसको कोर्ट से भी बरी करवा देंगे.'
बजरंग ने आगे कहा, 'लेकिन, फिर भी न्यायपालिका पर हमें भरोसा है क्योंकि जो भी न्याय बचा है वो न्यायपालिका में ही बचा है. हममें जितना दम था हमने उतनी लड़ाई लड़ी है लेकिन, सरकार ने हमसे जो वादा किया था वो उसपर खरी नहीं उतरी. बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि जो आने वाली पीड़ी है उन्हें भी लड़ाई लड़नी होगी तब जाकर शायद कुछ हो.'
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साक्षी मलिक ने कहा, 'जो प्रसिडेंट बना है वो उसके बेटे से भी प्रिय उसका राइट हैंड है. जो सरकार ने वादा किया वो पूरा नहीं किया हमने महिला प्रसिडेंट की मांग की थी लेकिन, ऐसा नहीं हुआ. ये लड़ाई हमने पूरी हिम्मत से लड़ी लेकिन अब जो आने वाली पीड़ी है उसको भी ये लड़ाई लड़नी होगी.' इसके अलावा साक्षी मलिक ने ये भी बोला है कि वो अब इस खेल से रिटायर हो रही हैं.