भारतीय हॉकी खिलाड़ी वरुण कुमार के खिलाफ पॉक्सो (यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम) कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि एक महिला ने उन पर शादी का वादा करके कथित तौर पर कई बार बलात्कार करने का आरोप लगाया. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. एक विमान कंपनी में कार्यरत महिला ने दावा किया कि वह 2018 में जब अर्जुन अवॉर्ड विजेता वरुण के संपर्क में आई तो 17 साल की थी.
उस समय वरुण भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र में ट्रेनिंग कर रहा था. एफआईआर में महिला ने आरोप लगाया है कि वरुण ने इंस्टाग्राम के जरिए उससे संपर्क किया और मिलने के लिए जोर दिया. वह मिलने के लिए मैसेज करता रहा, लेकिन जब महिला ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी तो उसने महिला के मित्रों को उसे मुलाकात के लिए मनाने को कहा. मुलाकात करने पर वरुण ने कहा कि वह उसे पसंद करता है. वे मित्र बने रहे और धीरे-धीरे उनके बीच रिश्ता बन गया.
जुलाई 2019 में भविष्य के बारे में बात करने का हवाला देकर वह महिला को बेंगलुरु के जयनगर के होटल में ले गया और वह नाबालिग है, यह जानते हुए भी उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. महिला ने जब रोकने का प्रयास किया तो उसने शादी करने का वादा किया.
एफआईआर में कहा गया, 'वरुण ने शादी के बहाने उसके साथ पांच साल के लंबे रिश्ते के दौरान कई बार शारीरिक संबंध बनाए. बाद में वरुण ने दूरी बनानी शुरू कर दी और महिला के कॉल और मैसेज का जवाब देना बंद कर दिया. उसने धमकी भी दी कि अगर उसने उस पर शादी के लिए दबाव डाला तो वह उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड कर देगा. एफआईआर के मुताबिक महिला ने वरुण पर धोखा देने का भी आरोप लगाया.'
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'महिला की शिकायत के आधार पर हमने सोमवार को हॉकी खिलाड़ी के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम की उचित धारा और भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) और 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी) के तहत मामला दर्ज किया है.' हिमाचल प्रदेश के रहने वाले वरुण ने 2017 में भारत के लिए डेब्यू किया था. भारतीय पुरुष हॉकी टीम के 2020 टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार ने वरुण को एक करोड़ रुपये का अवॉर्ड देने की भी घोषणा की थी. वह 2022 बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे.