कतर जैसे मुस्लिम देश में महिलाओं के लिए कड़े नियम हैं, लेकिन यहां स्टेफनी फ्रीपार्ट ने बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है. उन्होंने नूजा बैक और करेन डियाज के साथ मिलकर इतिहास रच दिया है. फ्रीपार्ट अल बेयट स्टेडियम में पुरुषों के फीफा वर्ल्ड कप मैच में रेफरी की भूमिका निभाने वाली पहिला महिला बन गई हैं.
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फुटबॉल की दुनिया में रूढ़ीवादी सोच को तोड़ने वाली फीपार्ट ने यह उपलब्धि कोस्टा रिका बनाम जर्मनी मैच में हासिल की. इसके साथ ही 92 साल का इंतजार खत्म हो गया. ऐसा पहली बार था जब फीफा वर्ल्ड कप मैच में पूरी महिला रेफरी की टीम थी.
बता दें कि फ्रीपार्ट वर्ल्ड की बेस्ट रेफरी अवॉर्ड तीन बार अपने नाम कर चुकी हैं. यह अवॉर्ड इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फुटबॉल हिस्ट्री एंड स्टैटिस्टिक्स द्वारा दिया जाता है. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब 38 साल की फ्रीपार्ट ने फुटबॉल इतिहास में अपना नाम लिखवाया है. फ्रीपार्ट यूईएफए चैंपियंस लीग में भी रेफरी बनने वाली पहली महिला बनी थीं.