हालांकि दिल्ली पुलिस अपनी प्रारंभिक जांच के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृज भूषण शरण सिंह पर मुकदमा चलाया जा सकता है और उन्हें दंडित किया जा सकता है. भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख भारत के शीर्ष 6 पहलवान द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों से लगातार इनकार कर रहे हैं.
सिंह ने टाइम्स नाउ के एक रिपोर्टर के साथ भी दुर्व्यवहार किया और दरवाजा बंद कर दिया, जिसने उनसे उनके इस्तीफे के बारे में सवाल किया था. उन्होंने रिपोर्टर से कहा कि वह कोर्ट में अपनी बात रखेंगे और मीडिया को 'कोई मसाला' नहीं देंगे.
एनडीटीवी की एक सूत्र-आधारित रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने यौन उत्पीड़न मामले में 100 से अधिक गवाहों से बात करने के बाद सिंह के खिलाफ 1000 पेज का आरोप पत्र दायर किया है. सिंह पर एक नाबालिग के यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया गया है और 2 एफआईआर में से एक में POCSO के तहत मामला दर्ज किया गया है. हालाँकि, नाबालिग के पिता द्वारा अपना बयान बदलने के बाद दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ POCSO के आरोप हटाने का अनुरोध किया है.
रिपोर्ट में एक पुलिस अधिकारी के हवाले से आगे कहा गया है, 'आरोपियों पर मुकदमा चलाने और उन्हें दंडित करने के लिए सबूत पर्याप्त हैं.'
IOA को लगा तगड़ा झटका, HAGOC ने ठुकराई समय सीमा बढ़ाने की मांग