कौन है निकहत जरीन? एक बार ये बात छह बार की वर्ल्ड चैंपियन एम सी मैरीकॉम ने बोली थी. लेकिन आज निकहत जरीन किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं. 25 साल की भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन ने 52 किलोग्राम वेट कैटेगरी के फाइनल में थाईलैंड की जितपोंग जुटामेंस को 5-0 से हरा कर विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम कर लिया है.
निकहत जरीन ने बढ़ाया देश का मान, वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप का खिताब जीतकर रचा इतिहास
आपके मन में एक सवाल तो जरूर उठता होगा कि तेलंगाना के मुस्लिम परिवार की इस लड़की ने बॉक्सिंग को ही क्यों चुना. इसके पीछे की कहानी सुनकर आपको दंगल मूवी की याद आ जाएगी. दरअसल, निकहत के पिता मोहम्मद जमील खुद खिलाड़ी थे और वो चाहते थे कि उनकी 4 बेटियों में से कोई एक खिलाड़ी बने. पिता के इस सपने को पूरा करने के लिए निकहत एथलेटिक्स में उतरी और छोटी उम्र में ही स्टेट चैम्पियन बन गई. लेकिन, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. चाचा के कहने पर निखत एथेलेटिक्स छोड़ बॉक्सिंग से जुड़ी और 14 साल की उम्र में ही वर्ल्ड यूथ बॉक्सिंग चैम्पियन बन गई. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा.
2016 में अपना पहला सीनियर राष्ट्रीय खिताब जीतने के बाद एक सीनियर मुक्केबाज के रूप में अपनी यात्रा शुरू की. लेकिन निकहत की राह आसान नहीं थी. मैरी कॉम के साथ 52 किलोग्राम वेट कैटेगरी में होने और 2017 में लगी चोट के कारण निकहत को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. लेकिन, निकहत ने हार नहीं मानी और 2019 में एशिया चैम्पियनशिप में कांस्य जीतकर और गुरुवार को विश्व चैम्पियनशिप का ताज जीत कर आलोचकों को करारा जवाब दिया.
निकहत की कहानी हमें बताती है कि अगर हम हिम्मत न हारें और चुनौतियों से न डरें तो हमें सफल होने से कोई नहीं रोक सकता.