बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा है कि आईपीएल में इंपैक्ट खिलाड़ी का नियम प्रयोग के तौर पर लागू किया गया था और सभी हितधारक चाहेंगे तो इस पर पुनर्विचार किया जा सकता है. इंपैक्ट खिलाड़ी के नियम के कारण इस बार आईपीएल में आठ बार 250 से अधिक का स्कोर बना. खिलाड़ियों, कोचों और स्पेशलिस्ट ने भी बार-बार कहा है कि गेंदबाजों पर इस नियम का विपरीत असर हो रहा है क्योंकि इससे टीमों को एक्स्ट्रा बल्लेबाज मिल रहा है.
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि ऑलराउंडर को इस नियम की वजह से गेंदबाजी के मौके नहीं मिल रहे. शाह ने बीसीसीआई ऑफिस में चुनिंदा मीडिया से बातचीत में कहा, 'इंपैक्ट खिलाड़ी का नियम प्रयोग के तौर पर लागू किया गया था. वैसे इससे दो भारतीय खिलाड़ियों को खेलने का एक्सट्रा मौका मिल रहा है. क्या यह महत्वपूर्ण नहीं है. खेल भी और प्रतिस्पर्धी हो रहा है.' शाह ने कहा कि टी-20 वर्ल्ड कप के बाद सभी पक्ष मिलकर इस पर बात करेंगे.
उन्होंने कहा, 'खिलाड़ियों को लगता है कि यह सही नहीं है तो हम इस पर बात करेंगे. अभी तक किसी ने ऐसा कुछ कहा नहीं है. आईपीएल और वर्ल्ड कप के बाद बैठक में तय किया जाएगा.' उन्होंने कहा, 'वर्ल्ड कप के बाद हम खिलाड़ियों, टीमों और प्रसारकों से मिलकर भविष्य के बारे में फैसला लेंगे. यह स्थायी नियम नहीं है और मैं यह भी नहीं कह रहा कि हम इसे खत्म कर देंगे.' शाह ने यह भी कहा कि टी-20 वर्ल्ड कप खेलने जा रहे भारतीय आईपीएल खिलाड़ियों को आराम की जरूरत नहीं है क्योंकि प्रतिस्पर्धा ही सर्वश्रेष्ठ तैयारी होती है.
उन्होंने कहा, 'आराम की क्या जरूरत है. यह प्रैक्टिस सीजन की तरह ही है. इससे बेहतर तैयारी क्या हो सकती है. आपके सामने बेहतरीन टीम है जिसमें एक गेंदबाज न्यूजीलैंड का, एक ऑस्ट्रेलिया का, एक श्रीलंका का है. अगर हम एक गेंदबाज को आराम देते हैं तो उसे ट्रेविस हेड को गेंदबाजी का मौका नहीं मिलेगा. जब जसप्रीत बुमराह उसे गेंदबाजी करेगा तो ही समझ में आएगा कि उसे कैसे गेंद डालनी है.'