भारत ने थॉमस कप जीतकर बैडमिंटन में एक नया इतिहास रच दिया है. 73 साल के थॉमस कप के इतिहास में भारतीय टीम पहली बार चैंपियन बनी है. भारत यह टूर्नामेंट जीतने वाली छठी टीम है. 1949 से खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में अब तक इंडोनेशिया, चीन, डेनमार्क और मलेशिया जैसी टीमों का दबदबा रहा था, लेकिन इस साल ये खिताब जीत भारत ने एक नया मुकाम हासिल किया है.
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थॉमस कप के फाइनल मैच में भारत ने 14 बार यह टूर्नामेंट जीत चुकी इंडोनेशिया को 3-0 से पराजित किया है. पहले फाइनल मुकाबले में लक्ष्य सेन ने डिफेंडिंग चैंपियन इंडोनेशिया के एंतोनी सिनिसुका को 8-21, 21-17, 21-16 से हराकर भारत को पहली जीत दिलाई. इसके बाद सात्विक-चिराग की जोड़ी ने दूसरा मैच भी 18-21, 23-21, 21-19 से भारत के नाम कर दिया. इसके बाद किदांबी श्रीकांत ने जोनाथन क्रिस्टी के खिलाफ तीसरा मैच 21-15, 23-21 से जीतकर भारतीय टीम को पहली बार थॉमस कप का तोहफा दिया.
भारत ने इस बार कई मजबूत टीमों को हराकर पहली बार फाइनल में एंट्री की थी. इस पूरे टूर्नामेंट में भारत सिर्फ एक मैच हारा था जबकि इंडोनेशिया की टीम ने फाइनल से पहले इस टूर्नामेंट में हर मैच जीता था.