बीसीसीआई ने भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. हाल ही में इसको लेकर बोर्ड ने टीम के प्रदर्शन की समीक्षा की. इसमें बोर्ड ने अब यो-यो टेस्ट और डेक्सा टेस्ट सभी खिलाड़ियों के नेशनल टीम में चयन के लिए जरूरी कर दिया गया है. आइए एक नजर डालते हैं कि यह क्या होता है-
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पहले यो-यो टेस्ट में कोरोना के दौरान खिलाड़ियों के मेंटल हेल्थ को देखते हुए नरमी बरती गई थी और टीम चयन में इसको लगभग हटा दिया गया था. हालांकि अब एक बार फिर से इस टेस्ट को जरूरी कर दिया गया है.
यो-यो टेस्ट बीप टेस्ट जैसा होता है. यह एक रनिंग टेस्ट होता है जिसमें दो सेटों के बीच दौड़ लगानी होती है. भारतीय खिलाड़ियों को यो-यो टेस्ट में 23 में से 16.5 स्कोर लाना जरूरी होता है.
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बात करें खिलाड़ियों की फिटनेस की तो इसकी जांच के लिए डेक्सा टेस्ट किया जाने लगा. डेक्सा टेस्ट को डेक्सा स्कैन टेस्ट भी कहा जाता है. यह एक बोन डेंसिटी टेस्ट है, जिसमें हड्डियों की मजबूती को देखा जाता है.
यह टेस्ट बताता है कि शारीरिक कंकाल के कुछ हिस्सों की हड्डियों में कितना मिनरल मौजूद है. मेडिकल भाषा में इसे कई बार डेंसिटोमेट्री टेस्ट भी कहा जाता है.