भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित पहले खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर 24 अप्रैल को जीवन का अर्धशतक पूरा कर लेंगे. एक कार्यक्रम में उन्होंने प्रदर्शन बेहतर बनाने के लिए तारीफ की भूमिका पर जोर दिया. उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा मानता रहा हूं कि तारीफ से प्रदर्शन बेहतर होता है. तारीफ ना हो तो बेहतरीन प्रदर्शन का माहौल नहीं बन पाता. आप मेरी कोशिशों की तारीफ करते हैं तो और अच्छा करने का जोश जाग जाता है. बचपन से ही मेरे भाई ने योजना बनाना और उन्हें लागू करना सिखाया. मैं हमेशा कामयाब नहीं रहा. लेकिन इससे मुझे सबक लेकर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली.'
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इस कार्यक्रम में सचिन ने वन डे क्रिकेट में बैटिंग और बॉलिंग के बीच असंतुलन के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा, 'खेल की रफ्तार बढ़ती जा रही है. मुझे लगता है कि तीनों फॉर्मेट एक-दूसरे से पूरी तरह अलग हैं. मुझे लगता है कि वन डे फॉर्मेट पर ध्यान देने की जरूरत है. मुझे लगता है कि बैट और बॉल के बीच असंतुलन है. फिलहाल बैट के पक्ष में झुकाव दिखता है. पचीस ओवर में भी बॉल की दशा बिगड़ जाती है. बॉल के रिवर्स स्विंग, रंग उड़ना या सॉफ्ट होने की गुंजाइश कम होती है. इससे गेंदबाजों पर दबाव बढ़ता है. फील्ड प्रतिबंधों के साथ गेंदबाजों के अनुकूल माहौल बनाने की जरूरत है, जो टी-20 में नहीं है.'