वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी ने भारतीय क्रिकेटरों का सही संख्या में टेस्ट नहीं करने पर नाडा पर सवाल उठाए हैं. वाडा ने कहा कि नाडा डोप में शामिल खिलाड़ियों को पकड़ने के लिए ठीक ढंग से काम नहीं कर रही है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 से लेकर 2022 के बीच नाडा ने 5961 टेस्ट किए, जिसमें से केवल 114 क्रिकेटर्स के हैं.
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इसमें कहा गया है कि इन दो साल में सबसे ज्यादा 1717 डोप टेस्ट एथलीट्स के थे. रिपोर्ट बताती है कि भारतीय टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा का सबसे ज्यादा छह बार टेस्ट किया गया, जबकि ऋषभ पंत, सूर्यकुमार यादव सहित 7 प्लेयर्स का एक बार टेस्ट हुआ.
हैरानी वाली बात यह है कि नाडा ने बीसीसीआई से कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले 25 में से 12 क्रिकेटरों का कोई टेस्ट नहीं लिया, जिसमें विराट कोहली और हार्दिक पांडया जैसे खिलाड़ी शामिल हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, ओलंपिक मेडलिस्ट रवि दहिया का 18 बार डोप टेस्ट हुआ, जबकि मीराबाई चानू का आठ जबकि ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा का पांच बार डोप टेस्ट हुआ.