एक 18 साल की युवती के बलात्कार के आरोप में आठ साल की जेल की सजा मिलने के बाद नेपाल के स्पिनर संदीप लामिछाने को गुरुवार को देश के क्रिकेट संघ ने निलंबित कर दिया. काठमांडो जिला अदालत ने बुधवार को यह फैसला सुनाया और एक दिन बाद नेपाल क्रिकेट संघ ने यह घोषणा की.
इसने कहा, 'हम आपको सूचित करते हैं कि संदीप लामिछाने को सजा मिलने के बाद उसे हर तरह की घरेलू और इंटरनेशनल क्रिकेट गतिविधि से निलंबित कर दिया गया है.' लामिछाने के वकील सरोज घिमिरे ने हालांकि 'द काठमांडो पोस्ट' से कहा कि वह हाई कोर्ट में इसके खिलाफ अपील करेंगे.
Sandeep Lamichhane पर गिरी गाज़, बलात्कार के आरोप में 8 साल की सजा
काठमांडो पुलिस ने पिछले साल सितंबर में लामिछाने की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया गया था. इसके बाद नेपाल क्रिकेट संघ ने उन्हें टीम के कप्तान के तौर पर निलंबित कर दिया था. वह हालांकि कैरेबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल) में जमैका तलावाह के लिए खेल रहे थे. लामिछाने ने अपनी गिरफ्तारी से पहले खुद को निर्दोष बताया था, और सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर लिखा था कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगे और अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. उन्होंने इसे साजिश भी करार दिया था.
पिछले साल फरवरी में क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग दो त्रिकोणीय सीरीज के दौरान नेपाल टीम में खेलने के लिए उनके नाम पर विचार किया गया था. लेकिन पिछले साल के आखिर में दुबई में वर्ल्ड कप लीग दो त्रिकोणीय सीरीज से बाहर कर दिया गया था. वह चोटिल खिलाड़ी की जगह फिर से टीम में शामिल हुए. लामिछाने ने पिछले साल जून-जुलाई में नेपाल के लिए जिम्बाब्वे में वनडे वर्ल्ड कप क्वालीफायर खेला और फिर अगस्त-सितंबर में एशिया कप में भी खेले.
उन्होंने नेपाल के लिए व्हाइट बॉल के 100 से ज्यादा मैच में 100 से अधिक विकेट चटकाए हैं. लामिछाने 2018-2020 के बीच इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेले थे और उन्होंने नौ मैच में 13 विकेट झटके थे.