बतौर कप्तान और बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी का इंटरनेशनल करियर बेमिसाल रहा. माही ने बल्ले से भारतीय टीम को कई यादगार मैचों में जीत दिलाई और 2011 विश्व कप में खेली गई उनके द्वारा पारी आज भी हर किसी के जेहन में है. हालांकि, इतने शानदार करियर के बावजूद धोनी को एक बात का मलाल रह गया.
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दरअसल, माही ने एक इवेंट के दौरान खुलासा किया है कि वह हमेशा से ही सचिन तेंदुलकर की तरह खेलना चाहते थे. हालांकि, उन्होंने बताया कि बाद में उन्हें यह एहसास हुआ कि वह सचिन की तरह नहीं खेल सकते हैं.
माही ने बताया कि सचिन बड़े होते हुए उनके आइडियल थे और वह उनके जैसा बनना चाहते थे. धोनी ने अपने इंटरनेशनल करियर में खेले 90 टेस्ट मैचों में 4,876 रन जड़े, जबकि 350 वनडे मैचों में उनके बल्ले से 10,773 निकले. वहीं, फटाफट क्रिकेट में पूर्व भारतीय कप्तान ने खेले 98 मैचों में 1,617 रन ठोके. धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया, तो 2011 में 50 ओवर के विश्व कप पर भी कब्जा जमाया.