पिछली 10 टेस्ट पारियों में कुल 174 रन, अर्धशतक मात्र एक,दिसंबर 2021 में निकला बल्ले से आखिरी टेस्ट शतक. यह लेखा-जोखा उस खिलाड़ी का है, जिस पर भारतीय टीम मैनेजमेंट का अटूट भरोसा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. काबिल और युवा बल्लेबाज मैदान पर घूम-घूमकर पानी पिला रहे हैं, तो दूसरी ओर केएल राहुल की नाकामी का दी एंड नहीं हो पा रहा है.
टी-20 और वनडे में रनों के लिए तरसते राहुल को टेस्ट टीम में खराब रिकॉर्ड होने के बावजूद भी शामिल किया गया.हद तो तब हो गई जब अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में चल रहे शुभमन गिल को बेंच पर बैठाकर राहुल को प्लेइंग इलेवन में दोनों टेस्ट मैचों में मौका दिया गया.राहुल ने पहले नागपुर में निराश किया, तो वही हाल उनका दिल्ली में भी रहा.
कहानी सिर्फ इन दो टेस्ट मैचों की नहीं है. साल 2022 में भी क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में राहुल का हाल बेहाल रहा था. भारतीय उपकप्तान ने 2022 में खेली 8 पारियों में 17 के मामूली औसत से 137 रन जड़े थे.इस बात पर भी गौर करिए कि पिछले साल वनडे में राहुल का एवरेज मात्र 27 का रहा था.
अब असली मौके के हकदार शुभमन गिल के भी आंकड़े से आपको अवगत करा देते हैं. गिल ने टेस्ट में दिसंबर में शतक ठोका था, तो पिछली तीन वनडे पारियों में गिल का स्कोर 208, 40 नाबाद और 112 रहा है.वहीं, आखिरी टी-20 में भी युवा ओपनर ने 126 रनों की यादगार पारी खेली थी. अब इन आंकड़ों को देखकर समझिए और बताइए कि मौकों का असली हकदार कौन है और किसको बेंच पर बैठकर मैदान के बाहर से मुकाबले का लुत्फ उठाना चाहिए.