विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में 90 रनों की जुझारू पारी खेलकर टीम की जोरदार वापसी कराई. उनकी इस पारी से इंग्लैंड न केवल पहली पारी में बड़ी लीड लेने में असफल रहा, बल्कि टीम इंडिया जीत की स्थिति में भी आ गई. जुरेल ने यहां 149 गेंदों पर छह चौकों और चार छक्कों की मदद से 90 रन बनाए. यह विकेटकीपर बल्लेबाज पहले शतक से चूकने के बाद ड्रेसिंग रूम में वापस जाते समय थोड़ा चिढ़ता नजर आया, हालांकि दिन का खेल खत्म होने के बाद उन्होंने इससे इंकार किया.
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मुझे रांची में शतक से चूकने का कोई अफसोस नहीं है. मेरा एकमात्र सपना सीरीज की ट्रॉफी अपने हाथों से उठाना है. अपने देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना मेरा सपना था.' इस युवा खिलाड़ी ने यह भी खुलासा किया कि उनके और कुलदीप यादव के बीच अच्छा सपोर्ट है क्योंकि वे दोनों उत्तर प्रदेश से आते हैं.
राजकोट में डेब्यू करते हुए 46 रन बनाने वाले जुरेल ने दबाव का अच्छी तरह से सामना करते हुए करियर की सर्वश्रेष्ठ 90 रन की पारी खेली और अपनी पहली फिफ्टी जड़ी. जुरेल ने कुलदीप यादव के साथ आठवें विकेट के लिए 76 और डेब्यू कर रहे आकाश दीप के साथ नौवें विकेट के लिए 40 रन की साझेदारी की.
जुरेल ने 96 गेंद में फिफ्टी पूरा करने के बाद शोएब बशीर और टॉम हार्टली की इंग्लैंड की स्पिन जोड़ी के खिलाफ कुछ बड़े शॉट खेले. बाएं हाथ के स्पिनर हार्टली ने हालांकि उन्हें बोल्ड करके शतक से वंचित किया और वह आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे.