पिछले दो साल से भी अधिक समय से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण देवदत्त पड्डीकल अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे, लेकिन इन विषम परिस्थितियों ने उनका खेल के प्रति लगाव बढ़ा दिया और आखिर में वह भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने में सफल रहे. पड्डीकल ने 2021 में श्रीलंका के खिलाफ टी-20 मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था लेकिन कोविड-19 से संक्रमित होने और पेट संबंधी बीमारी के कारण उनके करियर का ग्राफ आगे नहीं बढ़ पाया.
IND vs ENG: रोहित-गिल के बाद चमके डेब्यूटेंट देवदत्त पड्डीकल, भारत के पास अब तक 255 रनों की लीड
इन चुनौतियों से पार पाने के बाद पड्डीकल ने घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाना शुरू कर दिया जिसका नतीजा यह निकला कि उन्हें भारत की टेस्ट टीम में जगह मिल गई. इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में उन्होंने शुक्रवार को 65 रन की लाजवाब पारी खेली जिसमें 10 चौके और एक छक्का शामिल है.
पड्डीकल ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फेंस में कहा, 'मेरा हमेशा से मानना रहा है कि आप जो भी काम करते हो उसमें सफलता के लिए अनुशासन होना बेहद जरूरी है. फिर चाहे वह प्रैक्टिस हो या दैनिक जीवन की आदतें या फिर भोजन. मैंने अनुशासित रहने का प्रयास किया और यही मेरा मुख्य लक्ष्य था.' उन्होंने कहा, 'बीमारी के दौरान मैं बहुत कुछ नहीं कर सका लेकिन फिर भी मैं चाहता था कि मैं अन्य क्षेत्रों में पीछे ना रहूं. मैंने खुद पर काम जारी रखा फिर चाहे वह मानसिक हो या फिर छोटी-छोटी चीजें.' पड्डीकल ने जब पूर्ण फिटनेस हासिल करने के बाद वापसी की तो उनका खेल अधिक निखर गया था. इसके अलावा उन्होंने अपने खेल में कुछ तकनीकी बदलाव भी किए.
उन्होंने कहा, 'तकनीकी तौर पर मैंने कुछ बदलाव किए लेकिन मानसिक तौर पर भी मैंने बदलाव किए. मैं यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि मैं खेल का पूरा लुत्फ उठाऊं. पिछले दो सालों में मैंने बहुत अधिक क्रिकेट नहीं खेली और तब मुझे एहसास हुआ कि इस खेल से मेरा कितना गहरा लगाव है और मुझे इसकी कितनी कमी खल रही है.' रजत पाटीदार के चोटिल होने के कारण पड्डीकल को टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू का मौका मिल गया.
पड्डिकल ने कहा, 'मुझे पिछली रात मैसेज मिला था कि मैं खेल सकता हूं. मैं नर्वस था. यह मुश्किल रात थी लेकिन इसके साथ ही आप इसका आनंद भी लेते हो. आपको इसी दिन का इंतजार रहता है.' अपनी पारी में 10 चौके लगाने के बारे में पड्डीकल ने कहा, 'मैंने हर चौके का पूरा आनंद लिया लेकिन पहले चौके का मैंने भरपूर आनंद उठाया क्योंकि यह टेस्ट क्रिकेट में मेरा पहला रन था.'